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गाय भैंस का दूध बढ़ाने के अचूक उपाय और घरेलु नुस्खे | gaay bhains ka dudh badhaane ke achook upaay or gharelu nusakhe

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                                              गाय भैंस का दूध बढ़ाने के अचूक उपाय और घरेलु नुस्खे  नमस्कार मेरे प्यारे पशुपालक भाइयो ज्यादातर देखा गया है की किसान भाई गाय और भैस को बहुत ही अच्छा दाना चारा डालते  है पर उसे उस पशु से पूरा दूध नहीं मिल पाता या दूध की गुणवत्ता अच्छी नहीं मिलती ऐसे में किसान बहुत सी मंहगी मंहगी दवाइयाँ बाजार से खरीद कर पशु को देते  है जिस से देखा जाए तो पशुपालक को फायदा होने के बजाय धन का नुक्सान हो जाता है दोस्तों पहले के समय में हमारे बुजर्ग  ज्यादातर अपने पशुओ का इलाज़ घरेलु उपायों से करते थे और हमे भी सबसे पहले घरेलु उपाए करके अपना पैसा बचाना चाइये जिससे पशुपालन में हमे नुक्सान की जगह फयादा हो अगर लगे की ज्यादा ही गंभीर समस्या हो तभो डॉक्टर और दवाओं पर पैसा लगाए आज के इस ब्लॉग में हैं कुछ ऐसे ही घरेलु उपायों और नुस्खों की जानकारी साँझा करगे जिससे गाय भैंस में अपनी क्षमता के अनुसार दूध बढ़ेगा।  सब से पहले तो दोस्तों ये जानले की कोई भी गाय भैंस का दूध देने की क्षमता उसकी नस्ल पर आधारित होती है उसके बाद पशु के रखरखाव और फिर बारी आती है पशु के दाने चारे की बार

Let down of milk in cow or buffalo | गाय भैंस में दूध का उतरना

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                            Let down of milk in cow or buffalo | गाय भैंस में दूध का  उतरना गाय भैंस में दूध का न उतरना की समस्या या प्रकिया बहुत ही आम है ज्यादातर पशुपालकों को ये शिकायत रहती है की वो गाय भैंस को पूरा दाना चारा देते है पर वो सही से दूध या पोवषति नहीं या पूरा दूध नहीं देती दूध चढ़ा या चुरा जाती है प्यारे पशुपालक भाइयो ऐसा क्यों होता है इस के पिछे क्या विज्ञान है चलिए आज इस ब्लॉग में पशु के दूध न उतारने की और दूध पूरा न देने के बारे में जाने।  लेट डाउन ऑफ़ मिल्क इन काऊ और बफैलो | गाय भैंस में दूध का उतरना या गाय भैस का पावषाणा  सब से पहले ये जानते है दुधारू पशु कैसे पावश्ता है या कैसे दूध देने के लिए त्यार होता है दोस्तों पशु के उद्दर यानी लेवटी में 4 क्वाटर्स होते है जिस में कई दूध ग्रंथियां अंगूर के गुच्छे नुमा ाकुरति में होते है जिसमे दूध बनने और इकठा होता है जब पशु के दूध देने का समय होता है तो पशु के थानों की मसाज से या बछड़े के मुँह लगाने से पशु के मस्तिक्ष में एक संदेश जाता है और ऑक्सिटॉसिन निकता है और उद्दर में पहुंच कर थनो को पावसाने का काम करता है।  आयी अब इस परि

The Amazing Benefits of a Mineral Mixture for Cows and Buffaloes गायों और भैंसों के लिए खनिज मिश्रण के अद्भुत लाभ

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The Amazing Benefits of a Mineral Mixture for Cows and Buffaloes गायों और भैंसों के लिए खनिज मिश्रण के अद्भुत लाभ It has been rightly said that “No man can be a finished farmer until he has raised a calf.” A mineral mixture is essential for your cattle or buffalo's growth and overall health. The minerals help in the absorption of other nutrients and help to prevent diseases. Mineral mixtures also play an important role in milk production and reproduction. यह ठीक ही कहा गया है कि, "कोई भी आदमी तब तक सफल  किसान नहीं हो सकता जब तक कि वह एक बछड़ी  न पाल ले।" आपके मवेशी या भैंस के विकास और समग्र स्वास्थ्य के लिए एक खनिज मिश्रण महत्वपूर्ण है। खनिज अन्य पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करते हैं और बीमारियों को रोकने में मदद करते हैं। दूध उत्पादन और प्रजनन में खनिज मिश्रण भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। susmin forte is a mineral mixture for animals that helps ensure their health and well-being. susmin forte ensures your animal's health and well-being by delivering essential min

Milk fever - (दूध बुखार) का मुक्ख कारण hypocalcaemia की पहचान

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                                         मिल्क फीवर(दूध बुखार) ज्यादातर दुधारू पशुओं में होने वाली बीमारी है जैसे गाय(cow) भैंस (buffalo) बकरी (goat) और भेंड़ आदि पशुओं में ब्याने के पहले ड्राई पीरियड में या फिर प्रसव के तुरंत बाद होने की संभावना होती है। सम्भवता मिल्क फीवर होने के बहोत से कारण हो सकते है जैसे की हाइपोकेल्सीमिया ( hypocalcaemia ),विटामिन D3 की कमी ,ज्यादा ठंढ का होना,रक्त में कैल्शियम की कमी हो जाना,शरीर या ब्लड के pH के संतुलन बिगड़ जाना आदि   मिल्क फीवर के लक्षण (दूध के भुखार की पहचान) १-पशु बहुत सुस्त हो जाता है।  २- दाना चारा नहीं चर्ता और  ३-जुगाली भी नहीं करता कबज की भी शिकायत होती है।  ४-पशु की नथुना भी सूज जाती है।  ५-मुँह में से लारे गिरती है  ६-गर्दन को अपने शरीर की तरफ करके बैठती है ७-पिछले पैरो में अकड़न आ जाती है  ८- पेट में पानी की आवाज़  ९-ब्लॉट पेशाब और गोबर के बंधा  १०- पैर शरीर से दूर करता है ११-पशु के लड़खड़ाना और खड़ा न हो पाना बैढे या लेते रहना  १२- लकवा या लकवा जैसा परतीत होना इसी तरह के लक्षण गाय और भैंस में मिल्क फीवर होने पर दिखाई देते है।